{"title":"About Us","detail":"

उत्तराखण्ड शासन के परिवहन एवम नागरिक उड्डयन अनुभाग-2 के शासनादेश संख्या 106/पग/2013 दिनांक 30 मई 2013 द्वारा उत्तराखण्ड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण की स्थापना की गई है। प्राधिकरण स्वायतशासी संस्था के रूप मे गठित है जिसकी संरचना निम्नवत है :-
<ul class="helicopter-image">
t<li>नागरिक उड्डयनमंत्री उत्तराखण्ड-पदेन अध्यक्ष</li>
t<li>मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड शासन-पदेनउपाध्यक्ष</li>
t<li>प्रमुख सचिव/सचिव नागरिक उड्डयन विभाग-पदेन मुख्य कार्यकारी अधिकारी</li>
t<li>प्रमुख सचिव/सचिव वित्त, पर्यटन, औद्योगिक विकास, परिवहन, कार्मिक-पदेन सदस्य</li>
t<li>भारत सरकार के नागरिक उड्डयन महानिदेशक का प्रतिनिधि अध्यक्ष की अनुमति से विशेषआमंत्री के रूप में।</li>
t<li>सरकार द्वारा नियुक्त अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी-सदस्य सचिव</li>
</ul>
उत्तराखण्ड राज्य में पर्वतीय भौगोलिक स्थिति के कारण अवागमन हेतु सड़क मार्ग पर ही जनता को निर्भर करना पड़ता है। आपदा के समय बचाव कार्य हेतु एवम चारधाम यात्रा तथा पर्यटन को बड़ावा देने के लिए राज्य में हवाईमार्ग अतिआवश्यक है इस उद्देश्य के दृश्टिगत राज्य में नये हेलीपैडो का निर्माण, मौजूदा हेलीपैडो एवम हवाईपट्टी का सुदृडीकरण का कार्य किया जाना है। एडीबी के वित्तिय सहयोग से साठ नये एवम पूर्व निर्मित हेलीपैड का सुधारीकरण एवम सुदृडी करण किया जा रहा है। पर्यटन को बड़ावा देने हेतु हिमालय दर्शन की योजना प्राइवेट हेलीकॉप्टर आपरेटर के सहयोग से आठ फरवरी 2015 को प्रारम्भ की गई।

उत्तराखण्ड राज्य में पर्वतीय भौगोलिक स्थिति के कारण अवागमन हेतु सड़क मार्ग पर ही जनता को निर्भर करना पड़ता है। आपदा के समय बचाव कार्य हेतु एवम चारधाम यात्रा तथा पर्यटन को बड़ावा देने के लिए राज्य में हवाईमार्ग अतिआवश्यक है इस उद्देश्य के दृश्टिगत राज्य में नये हेलीपैडो का निर्माण, मौजूदा हेलीपैडो एवम हवाईपट्टी का सुदृडीकरण का कार्य किया जाना है। एडीबी के वित्तिय सहयोग से साठ नये एवम पूर्व निर्मित हेलीपैड का सुधारीकरण एवम सुदृडी करण किया जा रहा है। पर्यटन को बड़ावा देने हेतु हिमालय दर्शन की योजना प्राइवेट हेलीकॉप्टर आपरेटर के सहयोग से आठ फरवरी 2015 को प्रारम्भ की गई। [:e]उत्तराखण्ड शासन के परिवहन एवम नागरिक उड्डयन अनुभाग-2 के शासनादेश संख्या 106/पग/2013 दिनांक 30 मई 2013 द्वारा उत्तराखण्ड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण की स्थापना की गई है। प्राधिकरण स्वायतशासी संस्था के रूप मे गठित है जिसकी संरचना निम्नवत है :-
<ul class="helicopter-image">
t<li>नागरिक उड्डयनमंत्री उत्तराखण्ड-पदेन अध्यक्ष</li>
t<li>मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड शासन-पदेनउपाध्यक्ष</li>
t<li>प्रमुख सचिव/सचिव नागरिक उड्डयन विभाग-पदेन मुख्य कार्यकारी अधिकारी</li>
t<li>प्रमुख सचिव/सचिव वित्त, पर्यटन, औद्योगिक विकास, परिवहन, कार्मिक-पदेन सदस्य</li>
t<li>भारत सरकार के नागरिक उड्डयन महानिदेशक का प्रतिनिधि अध्यक्ष की अनुमति से विशेषआमंत्री के रूप में।</li>
t<li>सरकार द्वारा नियुक्त अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी-सदस्य सचिव</li>
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उत्तराखण्ड राज्य में पर्वतीय भौगोलिक स्थिति के कारण अवागमन हेतु सड़क मार्ग पर ही जनता को निर्भर करना पड़ता है। आपदा के समय बचाव कार्य हेतु एवम चारधाम यात्रा तथा पर्यटन को बड़ावा देने के लिए राज्य में हवाईमार्ग अतिआवश्यक है इस उद्देश्य के दृश्टिगत राज्य में नये हेलीपैडो का निर्माण, मौजूदा हेलीपैडो एवम हवाईपट्टी का सुदृडीकरण का कार्य किया जाना है। एडीबी के वित्तिय सहयोग से साठ नये एवम पूर्व निर्मित हेलीपैड का सुधारीकरण एवम सुदृडी करण किया जा रहा है। पर्यटन को बड़ावा देने हेतु हिमालय दर्शन की योजना प्राइवेट हेलीकॉप्टर आपरेटर के सहयोग से आठ फरवरी 2015 को प्रारम्भ की गई।

उत्तराखण्ड राज्य में पर्वतीय भौगोलिक स्थिति के कारण अवागमन हेतु सड़क मार्ग पर ही जनता को निर्भर करना पड़ता है। आपदा के समय बचाव कार्य हेतु एवम चारधाम यात्रा तथा पर्यटन को बड़ावा देने के लिए राज्य में हवाईमार्ग अतिआवश्यक है इस उद्देश्य के दृश्टिगत राज्य में नये हेलीपैडो का निर्माण, मौजूदा हेलीपैडो एवम हवाईपट्टी का सुदृडीकरण का कार्य किया जाना है। एडीबी के वित्तिय सहयोग से साठ नये एवम पूर्व निर्मित हेलीपैड का सुधारीकरण एवम सुदृडी करण किया जा रहा है। पर्यटन को बड़ावा देने हेतु हिमालय दर्शन की योजना प्राइवेट हेलीकॉप्टर आपरेटर के सहयोग से आठ फरवरी 2015 को प्रारम्भ की गई। [:]

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